हेलो दोस्तों आज हम आपको बताने वाले हैं डायबिटीज के बारे में डायबिटीज क्या होता है डायबिटीज कैसे पहचाना जाता है इन सारी समस्याओं के बारे में इस आर्टिकल में आप लास्ट तक बने रहिए सारी समस्याओं का समाधान इस आर्टिकल में आपको मिल जाएगा
आज हम डायबिटीज के लक्षण और इसके उपचार आहार के बारे में बात करने वाले है दुनिया भर में इस समय डायबिटीज के मरीजों की काफी तादात में वृद्धि देखी जा रही है १९८० के आंकड़े के अनुसार देखा जाए तो यह आंकड़ा १० करोड़ ८० लाख के आस पास था और इसी आंकड़े को देखते हुए २०१८ में यह आंकड़ा ४००% की वृद्धि करके ४२ करोड़ ५० लाख के आस पास पहुंच गया है डायबिटीज के कारण हर साल १५ लाख से अधिक लोग मौत का शिकार हो रहे है भारत का आंकड़ा देखा जाए तो भारत सरकार के सर्वे रिपोर्ट के अनुसार भारत में डायबिटीज या मदुमय से पीड़ित की संख्या ७ करोड़ ५० लाख है दुनिया भर में डायबिटीज पीड़ितों में भारत का ६ स्थान है भारत में इस रोग से मृतकों की संख्या दिन ब दिन बड़ी जा रही है भारत में हर साल ७ लाख के आस पास लोग इसके वजह से लोग अपनी जान गवा रहे है यदि डायबिटीज का इलाज समय रहते किया जाए अपनी दिनचर्या में अच्छा खान पान को शामिल किया जाए तो इससे जल्द ही राहत पाई जा सकती है ।
आइए जानते जय डायबिटीज होती क्या है ।
डायबिटीज क्या है
डायबिटीज को हम लोग मधुमय नाम से भी जानते है यह एक मेटाबोलिक रोग है इससे हमारे शरीर में रक्त शर्करा का स्तर बाढ़ जाता है जिसके कारण से हमारे शरीर में इंसुलिन नमक औषधि का निर्माण नहीं हो पाता है और यह रक्त शर्करा शेलो में प्रेवश कर जाता है जिस कारण रक्त शर्करा का स्तर बाढ़ जाता है
डायबिटीज कितने प्रकार की होती है
यह निम्न रूप से दो प्रकार की होती है
टाइप वन डायनिटीज
टाइप टू डायनिटीज़
डायबिटीज के लक्षण
बहुत प्यास लगना – इस रोग से पीड़ित लोगो को प्यास बहुत अधिक लगती है यह इसलिए होता है क्यों की शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बड़ जाती है इसलिए शरीर को अधिक पानी की अवास्यकता होती है।
बार बार मूत्र आना – इस रोग से पीड़ित लोगो को बार बार मूत्र जाना पड़ता है यह भी इसलिए होता है क्यों की ग्लूकोज की मात्रा अधिक होती है तो बार बार मूत्र जाना पड़ता है और यह गुर्दे के माध्यम से बाहर निकलता है ।
वजन का कम होना – इस रोग से पीड़ित लोगो का वजन भी कम होने लग जाता है यह भी शरीर में ग्लूकोज की मात्रा अधिक होने के कारण ही होता है ।
कमजोरी आना या जल्दी थकान महसूस करना – इस रोग से पीड़ित लोगो का काम से जल्दी थकान महसूस करने लग जाते है और काम करने में भी कमजोरी महसूस करने लग जाते है यह भी उनके शरीर में ग्लूकोज का सही उपयोग करने के कारण ही होता है ।
हृदय से संबंधित बीमारियां – इस रोग से पीड़ित लोगो को हृदय से संबंधित बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है यह भी शरीर में ग्लूकोज की अधिकता होने की वजह से ही होता है जैसे की हार्ट अटैक और भी हार्ट रिलेटेड खतरनाक बिमारिया बन सकती है ।
शिर मैं दर्द – सिर में काफी लंबे समय तक दर्द का रहना भी डायबिटीज का संकेत हो सकता है यह दर्द काफी लंबे समय तक बना रहता है फिर अचानक से ठीक हो जाता है ।
साफ न दिखाई देना – यदि किसी भी व्यक्ति का रक्त शर्करा का स्तर बड़ा हुआ होता है तो उसे साफ न दिखने के बजाय धुंधला दिखाई देने लगता है।
भूख का ज्यादा लगना – इस रोग से पीड़ित लोगो को अक्सर भूख अधिक लगने लगती हैं जिसे हम पोलिफेजिया से भी जानते है ।
मुंह का सुखना – इस रोग से पीड़ित लोगो का मुंह अक्सर सूखने लगता है और अंदर से कटने की समस्या भी देखी गई है ।
सांस लेने में परेशानी – इस रोग से पीड़ित लोगो को अक्सर सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है जो व्यक्ति जल्दी जल्दी सांस लेते है उनका शुगर लेवल अधिक होता है।
पेट दर्द की समस्या – इस रोग से पीड़ित व्यक्तियों को खून की कमी आना सर में भारीपन हो जाना भजन धीमे-धीमे कम हो जाना यह डायबिटीज के लक्षण पाए जाते हैं
डायबिटीज के लक्षण
मधुमेह एक गंभीर अवस्था की बीमारी है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है जो ब्लड ग्लूकोज यूरिन में उच्च स्तर पर जुड़ी होती है अगर आपको कुछ ऐसे लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से जाकर परामर्श ले टाइम टू टाइम दवा का सेवन करें
- लगातार पेशाब आना
- अधिकतर प्यास लगना या डिहाईड्रेशन
- भूख अधिक लगा
- वजन कम हो जाना
- थकान महसूस होना
- धीरे धीरे घाव भरना
- चक्कर आ जाना
- धुंधलापन दिखाई देना
लंबे समय में उच्च ग्लूकोज की मात्रा शरीर में महत्वपूर्ण अंग जैसे हृदय किडनी आंख एवं तंत्रिका तंत्र आदित्य संबंधित जटिलताओं के कारण बनता है
कुछ समस्या इस प्रकार हैं
हृदय संबंधी समस्याएं जैसे धमनी की बीमारी धमनियों का संकुचन होना दिल का दौरा पड़ जाना एवं स्ट्रोक
शरीर में उच्च शर्करा का स्तर अधिक हो जाने से सन्न का एहसास होना डायबिटीज की समस्याओं का कारण बन सकती है
डायबिटीज का रेटिना पर भी असर पड़ सकता है जिसके कारण धुंधलापन या अंधापन हो जाना यह भी एक डायबिटीज की खास वजह है
ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा अधिक हो जाने से फंगल इन्फेक्शन या बैक्टीरिया इन्फेक्शन होने के खतरे बढ़ जाते हैं यह भी एक डायबिटीज का गुण है
डायबिटीज किडनी पर भी असर डाल सकती है जिसके कारण किडनी खराब होने के चांस बढ़ जाते हैं जिसके लिए डायलिसिस या ट्रांसपेरेंट भी करना पड़ सकता है
मधुमेह से अल्जाइमर रोग जैसे मस्तिष्क विकारों के जोखिम बढ़ जाते हैं
मधुमेह के क्या-क्या कारण है
मधुमेह के कारण एवं बचाव कुछ इस प्रकार हैं डायबिटीज प्रणाली शरीर के खिलाफ काम करती है और इंसुलिन में पैदा करने वाली कोशिकाओं पर हमला करती इस प्रकार का मधुमेह रोग अनुवांशिकता को आनुवंशिक रूप से बच्चों में भी पैदा होने की कोशिश रहती है